लखनऊ: मदरसों को आतंक से जोड़ने पर शिया धर्मगुरु कल्बे जवाद ने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि वसीम रिजवी के बेबुनियाद बयान से देश का माहौल खराब हो सकता है और उत्तर प्रदेश में दंगों की स्थिति पैदा हो सकती है.
मौलाना कल्बे जवाद ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर सरकार द्वारा वसीम रिजवी को छूट दिए जाने का कारण क्या है? अभी तक उसके खिलाफ सी0बी0आई0 जांच नहीं कराई गई और न पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल की जा रही है. जबकि उसका अपराध और भ्रष्टाचार साबित हो चुका हैं.
मौलाना ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वसीम रिजवी के खिलाफ कडी कार्यवाही नहीं करते हैं तो हम लखनऊ से दिल्ली तक विरोध करने पर मजबूर होंगे. उन्होंने कहा, 5 साल के लिए मदरसे आजम खान के अन्डर में रहे हैं, जिसका मतलब है कि आजम खान के समय से आतंकवादी बनाये जा रहे है. चेयरमेन भी पांच साल तक चुप रहा हैं इसका मतलब ये हुआ के वो भी आतंकवादी बनाने के अपराध में शामिल हैं.
शिया धर्मगुरु ने समुदाय के लोगों और शिया मदरसों के जिम्मेदारों की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किये और कहा कि वह इस मामले पर कियों चुप्प हैं और उसके हर बयान पर चुप कियों रहते है,उसने मदरसों को निशाना बनाया है और उन पर आतंकवादी बनाने का आरोप लगाया है, इसलिए शिया मदरसों के जिम्मेदार उसके खिलाफ कार्रवाई की माॅग करें.
ध्यान रहे वसीम रिज़वी ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी को चिट्ठी लिखकर सभी मदरसों की मान्यता रद्द करने की मांग की है. अपनी चिठ्ठी में रिजवी ने कहा, मदरसों का प्राथमिक कार्य गहराई से धार्मिक शिक्षा प्रदान करना है लेकिन ये बच्चों को मुख्य शिक्षा धारा से वंचित कर रहे है. इन मदरसों में पढ़ रहे बच्चों का शिक्षा का स्तर इतना नीचे है की ये लोग सर्व शिक्षा से दूर होकर आतंक के रास्ते पर जा रहे है.