नोटबंदी की वजह से देश के ट्रांसपोर्ट कारोबार का बुरा हाल हो गया हैं. माना जा रहा हैं कि नोट बंदी के कारण सबसे ज्यादा नुकसान ट्रांसपोर्ट कारोबार का ही हुआ हैं. एक अनुमान के मुताबिक़ दिल्ली में 20000 से ज्यादा ट्रक नोट बंदी के बाद से ही खड़े हुए हैं.
लगातार तीन सप्ताह से नगदी की कमी से व्यापार में गिरावट आई है जिसकी वजह से चालकों और मजदूरों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है. ये सभी ट्रक दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में खड़े हैं.
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) के पदाधिकारी चेयरमैन कुलतरण सिंह अटवाल ने बताया कि नगदी नहीं होने से ट्रांसपोर्ट कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा, ऐसा ही रहा तो यहां करीब 6000 और ट्रक खड़े हो जाएंगे. नोटंबदी के कारण देश भर में करीब 70 फीसदी वाहन सड़क से उतर गए हैं.
एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर स्थिति नहीं सुधरती तो न सिर्फ जरूरी चीजों जैसे दूध, फल, सब्जियों और दवाइयों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित होगी, बल्कि इस उद्योग से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े 20 करोड़ लोगों का जीवन भी प्रभावित होगा.