गुजरात के एक दलित युवा की हत्या इसलिए कर दी गई है क्योंकि वह घोड़ी पर बैठकर सवारी कर रहा था. जो ऊँची जाति के लोगों को रास नहीं आया.
भावनगर के टिंबा गांव में रहने वाले 21 साल के प्रदीप राठौर गुरुवार को घोड़े पर बैठकर घर से निकला था. जब वो शाम तक नहीं लौटा तो उसकी तलाशी की गई. तलाशी में प्रदीप की लाश गांव की सड़क पर मिली.
बताया जा रहा है कि घोड़ा रखने पर पिछले कुछ दिनों से ऊंची जाति के लोगों की तरफ से प्रदीप को धमकी दी जा रही थी. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हालात काफी तनाव हैं. वहीं पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
Bhavnagar (Gujarat): 21-yr-old Dalit man, named Pradeep Rathod, killed, allegedly because he rode a horse. Rathod's father got him the horse last month, many villagers objected to him riding it & threatened him to not do so. He was killed on Thursday,Police has arrested 3 accused pic.twitter.com/YmuQXHvKkI
— ANI (@ANI) March 31, 2018
प्रदीप के पिता कालुभाई राठौर ने बताया कि प्रदीप धमकी मिलने के बाद घोड़े को बेचना चाहता था. कालुभाई ने पुलिस को बताया, “प्रदीप गुरुवार को खेत यह कहकर गया था कि वह वापस आकर साथ में खाना खाएगा. जब वह देर तक नहीं आया, हमें चिंता हुई और उसे खोजने लगे. हमने उसे खेत की ओर जाने वाली सड़क के पास मृत पाया. कुछ ही दूरी पर घोड़ा भी मरा हुआ पाया गया.”
प्रदीप 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद खेती में अपने पिता की मदद करता था. गांव की आबादी लगभग 3000 है और इसमें से दलितों की आबादी लगभग 10 प्रतिशत है.प्रदीप के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भावनगर सिविल अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन उसके परिजनों ने कहा है कि वे लोग वास्तविक दोषियों की गिरफ्तारी तक शव स्वीकार नहीं करेंगे.