झांसी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को ‘हर घर नल का जल’ योजना का आगाज झांसी से किया। उन्होंने जल जीवन मिशन, उत्तर प्रदेश (हर-घर-जल) के अंतर्गत पहले चरण में बुंदेलखंड में 2185 करोड़ रुपये की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत 770 ग्राम पंचायतों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाकर इसकी शुरूआत होगी।
अमर उजाला के अनुसार, इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब बुंदेलखंड, भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के नेतृत्व में कार्य कर रहा है। अब इसे विकास और शुद्ध पेयजल से भी कोई वंचित नहीं कर सकता है। इसी संकल्प के साथ मैं स्वयं आप सबके बीच उपस्थित हुआ हूं।
सीएम योगी ने कहा कि देश के जल जीवन मिशन का पहला केंद्र बिंदु यह बुंदेलखंड क्षेत्र बन रहा है, जो कभी सूखे के लिए अभिशप्त माना जाता था। सीएम योगी ने कहा कि सर्वे का कार्य प्रारम्भ करने के साथ ही हमारे सामने यह लक्ष्य था कि जो कार्य योजना बने, वह ऐसी हो कि कार्यदायी संस्था अगले दस वर्षों तक ग्राम पंचायत के साथ मिलकर उसके मेंटिनेंस की जिम्मेदारी भी उठा सके।
सीएम योगी ने कहा कि फरवरी, 2019 में प्रधानमंत्री ने झांसी में ‘बुंदेलखंड पाइप पेयजल योजना’ का शिलान्यास किया था। इस दौरान हमने पूरे बुंदेलखंड में 4,513 राजस्व ग्रामों में सर्वे का कार्य किया था। सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड पाइप पेयजल योजना’ का कार्य प्रारम्भ होने जा रहा है। आगामी दो वर्षों में हर ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री मोदी की ‘हर घर जल’ योजना को साकार करने हेतु कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए आपके बीच उपस्थित हुए हैं।
अनलॉक-2 पर मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जुलाई से शुरू हो रहे अनलॉक-2 में केंद्र द्वारा दिए गए सभी प्रावधान लागू किए जाएंगे। प्रावधानों के अनुरूप ही सभी गतिविधियां संचालित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण का उपचार, बचाव ही है। इसलिए कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक है। लोग अनावश्यक आवागमन से बचें।
उन्होंने कोविड-19 के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार के कार्य को जारी रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए रेडियो, टीवी के साथ-साथ बैनर, पोस्टर, हैण्डबिल आदि के माध्यम से जागरूकता की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए प्रयास लगातार जारी रखे जाएं और कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाया जाए। कोविड हेल्प डेस्क में इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मियों को मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर दिया जाए।