लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आगरा में बन रहे मुगल म्यूजियम का नाम बदल कर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखने का ऐलान किया है। ये घोषणा ऐसे समय में की गई है जब महाराष्ट्र में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौट और राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार आमने-सामने है।
सोमवार को इस बारे में घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, हमारे नायक मुगल कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार राष्ट्रवादी विचारों को पोषित करने वाली है। गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों को छोड़, राष्ट्र के प्रति गौरवबोध कराने वाले विषयों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। हमारे नायक मुगल नहीं हो सकते। शिवाजी महराज हमारे नायक हैं।
सीएम योगी ने यूपी सरकार के पर्यटन विभाग को इस संबंध में कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव पर्यटन जितेंद्र कुमार को इस संबंध में कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आगरा में बनने वाले इस संग्रहालय में मुगलकालीन वस्तुओं और दस्तावेजों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज के कालखंड से जुड़ी चीजें भी इस संग्रहालय का हिस्सा होंगी।
आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा।
आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं।
हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं।
जय हिन्द, जय भारत।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 14, 2020
बता दें कि इस परियोजना को पिछली अखिलेश यादव सरकार ने 2015 में मंजूरी दी थी। यह सुविधा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से 210 किलोमीटर दूर शहर में ताजमहल के पास छह एकड़ के भूखंड पर आ रही है। सरकार ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों के माध्यम से म्यूजियम में मराठा साम्राज्य के कालखंड की तमाम चीजों का प्रदर्शित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। एक यूजर ने कहा कि नया तो कुछ बना नहीं सकते। जब से सरकार आई है सिर्फ नाम ही बदल रही है। छत्रपति शिवाजी के नाम से भी अलग संग्रहालय बनाया जा सकता था। तो वहीं दूसरे यूजर ने सवाल उठाया कि अगर मुगल हमारे नायक नहीं हो सकते तो दिल्ली के लाल किले से लेकर आगरा के ताजमहल तक मुगलकालीन इमारतों पर बुलडोजर क्यों न चड़ा दिया जाये।