बेंगलुरु : मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती समारोह को लेकर सियासी घमासान के बीच कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है।
कर्नाटक के कई इलाकों से जयंती समारोह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।’टीपू जयंती’ पर कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे समारोह के एक दिन पहले भाजपा ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। तनाव को देखते हुए कोडागु, हुबली और धारवाड़ में धारा 144 लागू कर दी गई है।
जेडीएस-कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार के मुखिया एचडी कुमारस्वामी ने पिछले सप्ताह ही साफ कर दिया था कि पिछली कांग्रेस सरकार की नीति को बरकरार रखते हुए 10 नवंबर को ‘टीपू जयंती’ मनाई जाएगी। हालांकि इस बीच, सीएम ऑफिस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कुमारस्वामी डॉक्टर की सलाह के मद्देनजर अगले तीन दिन तक किसी आधिकारिक समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।
Karnataka: Various groups protesting against #TipuJayanti celebrations in Madikeri detained by police. pic.twitter.com/6RzQNgMWRk
— ANI (@ANI) November 10, 2018
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है कि एक अत्याचारी के जन्मदिन को मनाए जाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान हिंदू विरोधी थे। बीजेपी प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा कि जब पिछली कांग्रेस सरकार ने टीपू जयंती मनाने का फैसला किया था, उस समय उनका काफी विरोध हुआ था।
इससे पहले येदियुरप्पा ने भी इसका विरोध करते हुए कहा था, ‘हम टीपू जयंती का विरोध कर रहे हैं और लोगों के हित में राज्य सरकार को इसे रोकना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘टीपू जयंती मनाने के पीछे सरकार की मंशा केवल मुस्लिम समुदाय को संतुष्ट करने की है।’