बिहार के सृजन घोटाले की राशि दिन-प्रतिदन बढती ही जा रही है, 300 करोड़ के घोटाले से शुरू हुआ ये घोटाला 700 करोड़ रूपये तक जा पहुंचा है. हालांकि पुलिस का कहना है कि ये राशि 900 करोड़ तक जा सकती है.
इस बीच इस मामले की जांच कर रही भागलपुर पुलिस और एसआईटी को बड़ी जानकारी हाथ लगी है. इस घोटाले में बीजेपी नेता विपिन शर्मा का नाम सामने आया है. बीजेपी नेता और राज्य किसान मोर्चे के उपाध्यक्ष विपिन शर्मा अभी फरार चल रहे है.
विपिन शर्मा ने इस घोटाले के तहत 4 दुकानों की बुकिंग कराई थी जिसके बदले 13 लाख से अधिक का भुगतान हुआ था. ये मॉल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की जमीं पर बन रहा है. पुलिस का कहना है कि विपिन बीजेपी से जुड़े रहे हैं वहीं दुबे की जमीं पर निर्माणाधीन माल पर एक नहीं दो घोटालेबाजो का निवेश इस बात का सबूत है कि घोटाले का पैसे से अकूत सम्पत्ति अर्जित की गई है.
पुलिस के अनुसार, बीजेपी नेता विपिन शर्मा का एक दशक पहले तक शहर में एक छोटी सी दुकान हुआ करती थी, लेकिन चंद सालों में विपिन शर्मा ने ऐसी तिकड़ी लगाई की करोड़ों के मालिक हो गए. तिलकामांझी चौक पर एक शोरूम, सीएस आवास के ऊपर दो दुकान, खलीफाबाग चौक पर चार शोरूम, देवघर में एक शोरूम, शीला भवन के पीछे एक मकान जिसमें मनोरमा देवी के साथ आधा हिस्सा, पटना के राजा बाजार, देहरादून, दिल्ली व मुंबई में चार फ्लैट उनके नाम पर है.
इस बीच राजद अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि सृजन घोटाले में असल मास्टरमाइंड जैसे मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार हो या बीजेपी नेता विपिन शर्मा उन्हें बचाने के लिए पुलिस ने गिरफ़्तारी न कर उन्हें भागने का मौका दिया.