किशनगंज. बिहार के किशनगंज (Kishanganj) जिले में एक निर्माणाधीन पुल उद्घाटन से पहले ही जमीदोंज हो गया। मामला दिघलबैंक प्रखंड के पथरघट्टी पंचायत का है। यहां गोवाबाड़ी में 1 करोड़ 42 लाख की लागत से यह पुल बना था।बताया जा रहा कि एप्रोच रोड का निर्माण कार्य चल रहा था, उसके पूरे होते ही इस पुल का उद्घाटन होने वाला था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब एक महीने में कंकई नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है। लेकिन बताने के बावजूद प्रशासन व जल संसाधन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली। पुल के करीब दो किमी दूर एक टूटी कच्ची सड़क है, जो बना दी जाती तो नदी की धार पुल तक नहीं आती और यह बच जाता।
Kishanganj: A bridge in Goabari village washed away ahead of its inauguration following a rise in the water level of Kankai river. #Bihar (17.9) pic.twitter.com/oZnzhy5fcv
— ANI (@ANI) September 18, 2020
किशनगंज में निर्माणाधीन पुल गिरने को लेकर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘किशनगंज जिले में करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन सुशासनी पुल उद्घाटन से पहले टूट गया। देखते हैं 15 वर्षों की भ्रष्टाचारी सरकार और 60 घोटालों के प्रबन्ध संरक्षक कर्ता नीतीश कुमार और सुशील मोदी इसका दोष विपक्ष या प्रकृति में से किसे देते हैं?
किशनगंज़ जिला में करोड़ो की लागत से निर्माणाधीन सुशासनी पूल उद्घाटन से पहले टूट गया।
देखते है 15 वर्षों की भ्रष्टाचारी सरकार और 60 घोटालों के प्रबन्ध संरक्षक कर्ता श्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी इसका दोष विपक्ष या प्रकृति में से किसे देते है? #ActofNitish
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 17, 2020
हाल ही में इस तरह का मामला मध्य प्रदेश में सामने आया था। जहां सिवनी जिले में वैनगंगा (Wainganga) नदी पर 3 करोड़ की लागत से बना 300 मीटर लंबा पुल लोकार्पण से पहले ही बारिश में बह गया। ये जिले के सुनवारा गांव में एक महीने पहले ही बनकर तैयार हुआ था। ये पुल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पूरा हुआ था।
पुल निर्माण का कार्य 1 सितंबर 2018 को शुरू हुआ था, निर्माण पूरा होने की तारीख 30 अगस्त तय की गई थी। पुल इससे पहले ही बनकर तैयार भी हो गया था। लेकिन इसका उद्घाटन होना बाकि था।