देहरादून | नोट बंदी के बाद , केंद्र सरकार चाहे कितने भी दावे करे लेकिन देश के हालत अभी भी नियंत्रण में नही है. ऐसी बहुत सी जगह है जहाँ सरकार नयी करेंसी तक नही पहुंचा पाई है. उत्तराखंड के दूर दराज के इलाको में नकदी पहुँचाने के सारे रास्ते विफल हो चुके है. कुछ शहरो को छोड़ दे तो उत्तराखंड की हालत बहुत खस्ता है. उत्तराखंड के करीब 13 जिले कैश न होने की वजह से घोर परेशानी का सामना कर रहे है.
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के करीब 250 करेंसी चेस्ट में पैसे नही पहुंचे है. पिछले दो दिनों से सभी करेंसी चेस्ट खाली पड़े है. इन्ही करेंसी चेस्ट से उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी बैंकों में नोटों की सप्लाई होती है. एक तरफ केंद्र सरकार यह दावा कर रही है की वो दूर दराज के इलाको में पैसा पहुँचाने के लिए हवाई सेवाओं का भी इस्तेमाल कर रही है वही बैंकों को पैसा पहुँचाने वाले करेंसी चेस्ट के पास ही पैसा नही पहुँच रहा है.
आखिर पिछले दो दिनों में इन करेंसी चेस्ट में पैसा क्यों नही पहुंचा, इसका जवाब कोई भी आरबीआई अधिकारी देने के लिए तैयार नही है. 500 के नए नोट आरबीआई ने जारी कर दिए है लेकिन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश इससे अभी भी महरूम है. आंकड़े बताते है की की अकेले उत्तराखंड के 13 जिलो को करीब 2 हजार करोड़ रूपए की जरुरत है लेकिन अभी तक दस फीसदी रकम की भी सप्लाई नही हुई है.
करेंसी चेस्ट खाली होने से उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के छोटे और बड़े 15 हजार बैंक खाली हो गए है. इससे दोनों प्रदेश में लोग अपने ही पैसे के लिए दर दर भटक रहे है. हालत यह है की सरकार की 24 हजार रूपए प्रति सप्ताह निकालने की छूट भी अब बेनामी हो गयी है क्योकि बैंक के पास कम रकम पहुँच रही है इसलिए बैंक दो से पांच हजार रूपए तक ही लोगो को दे पा रहा है.
उत्तराखंड के 13 जिलो के 60 करेंसी चेस्ट को कानपुर से करेंसी की सप्लाई होती है. इन करेंसी चेस्ट से सभी बैंकों को करेंसी की सप्लाई की जाती है. 500 की नयी करेंसी अभी तक इन चेस्टो में नही पहुंची है इसलिए बैंक अभी भी 100-100 के नोटों से काम चला रहे है.