जहाँ हर तरफ गुजरात की तारीफें की जाती है जहाँ बेटीओं और महिलाओं को बढ़ावा देने बात कहीं जाती है लेकिन आय दिन पीएम मोदी के गुजरात में कुछ ऐसा होता है जिससे पूरा देश हैरान रह जाता है. इन दिनों फिर से गुजरात में एक मामला पेश आया है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है और यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर मुसलमानों को सज़ा किस बात की दी जा रही है.
अब पेश है गुजरात से इरफ़ान सफीर की रिपोर्ट-
गुजरात के छत्राल गांव में 4 मार्च यानी कल सुबह 5.30 बजे 32 वर्षीय सयैद फरनाज़ और उनकी माँ रोशन बानो खेत मे जा रहे थे तभी अचानक बजरंग दल के गुंडों ने माँ और बेटे पर घातक हमला किया. आपको बता दें कि बजरंग दल के भगोड़े अमित पटेल, अंकित नाडिया, बदो मुखी, धर्मा पटेल और अन्य 3 लोगो ने मिलकर खेत मे जाने वाले रास्ते में शमशान तालाब के पास इस वारदात को अंजाम दिया.
हमलावरों ने फरनाज़ सैयद के सिर पर इतनी तेज़ वार किया जिसकी वजह से उन्हें गंभीर चोट आई है. बजरंग दल के गुंडे इतने पर भी नहीं रुके इसके बाद उनके दोनों हाथों पर वार करके हाथों को तोड़ डाला और दरिंदों ने फरनाज़ की माँ रोशन बानो के हाथ का पंजा ही काट डाला.
वारदात के बाद दोनों को अहमदाबाद के वी एस अस्पताल में लाया गया है, जहाँ पर इनका इलाज हो रहा है. वहीँ माँ-बेटे को अल्पसंख्यक अधिकार मंच के साथी शरीफ मलिक भी सुबह पीड़ितों को सहानभूति देने अस्पताल पहुंचे.

आपको बता दें कि, पिछले 2 महीनों से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो को इसी तरफ मारा जा रहा है. उनके रोज़गार को नुकसान पहुचाया गया है और धार्मिक आस्था को नुकसान पहुचाने के लिए दरगाह पर भी तोड़फोड़ की गयी है. लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस इन गुंडों की ना तो गिरफ़्तारी कर रही है ना ही इनके खिलाफ कोई कार्रवही कर रही है.
इससे पहले भी बजरंग दल के गुंडों ने छत्राल गाव में हिन्दू विस्तार मे आये हुए रामजी मंदिर के घरों के कुछ हिस्से में आग लगाकर मुसलमानो पर आरोप लगाने की कोशिश की गई जिस मामले में पुलिस ने निष्पक्ष जाँच की है. मगर अपराधियो को राजनीतिक दबाव के चलते अभी तक नही पकड़ पाई.
दूसरी तरफ पुलिस को भी टार्गेट करके इन गुंडों ने घायल किया था जिस में 16 लोगो के खिलाफ FIR दर्ज की गयी थी. वहीँ स्थानीय लोगों का कहना है कि, इन सभी मामलों में पुलिस को बिना कोई राजकीय दबाव के काम करने दिया जाए और बजरंग दल के गुंडों को गिरफ्तार किया जाना चाहए जिन्होंने रामजी मंदिर के कमरे के दरवाजे जलाकर मुसलमानो को बदनाम करने की कोशिश के खिलाफ सख्त कानूनी करवाई की जानी चाहए.
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