अहमदबाद के अस्पताल में गौरक्षकों के हाथो पीटाई के बाद शुक्रवार को 29 वर्षीय मोहम्मद अयूब की हो गई. जिसके चलते पीड़ित परिवार ने शव को लेने से इंकार कर दिया और विरोध कर रहे लोगों को पुलिस की लाठियाँ खानी पड़ी. पुलिस ने इस दौरान एक मुस्लिम विधायक समेत 70 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
दरअसल मोहम्मद अयूब मंगलवार को अपने दोस्त के साथ एक गाय और बछड़े को लेकर जा रहे थे इस दौरान उन पर गौरक्षकों ने हमला कर दिया. इस हमलें में उनका दोस्त समीर तो भागने में कामयाब रहा लेकिन अयूब को गौरक्षकों ने पकड़ लिया और बुरी तरह से पीटा. जिसके बाद शुक्रवार को उनकी अस्पताल में मौत हो गई.
अयूब को पीटने के बाद तीन गोरक्षकों ने अयूब और समीर के खिलाफ जानवरों की गैरकानूनी तस्करी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई. अयूब के परिवार का आरोप है कि गो-तस्करी की शिकायत दर्ज कराने वाले तीनों लोग भी उसे पीटने वाले लोगों में शामिल थे, लेकिन पुलिस का कहना है कि इस तरह का कोई सबूत नहीं है कि वे लोग वारदात के समय मौके पर मौजूद थे.
मुहम्मद अयूब अपने घर के एकलौते कमाने वाले थे उनके सर पर उनकी विधवा माँ और दो बच्चे सहित पत्नी के भरण पोषण की ज़िम्मेदारी थी.