महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के सिल्लोड शहर में लाखों मुसलमान “मुस्लिम आरक्षण महा मूक मौर्चा” के नेतृत्व में आरक्षण की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे.
इस दौरान समुदाय के लोगों ने रंगनाथ मिश्रा आयोग, जस्टिस सच्चर समिति, स्वामीनाथन समिति और महमूद-उर रहमान समिति की सिफारिशों के कार्यान्वयन के साथ 15 फीसदी आरक्षण की मांग की.
जामा मस्जिद से मौन जुलुस के रूप में शुरू की गई इस रैली में राजनेता, डॉक्टर, वकील, शिक्षक, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, छात्रों और बच्चों समेत समुदाय के हर हिस्सें के लोग शामिल हुए. दोपहर 2:30 बजे शुरू हुई यह रैली शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरती हुई यह रैली शाम को 4:30 बजे स्थानीय तहसील कार्यालय पर समाप्त हुई.
तहसील कार्यालय पर रैली के समापन के बाद आंदोलनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. जिसमे शिक्षा और रोजगार में मुसलमानों के लिए आरक्षण सहित विभिन्न समितियों की सिफारिशों के कार्यान्वयन की मांग के अलावा, कोपार्दी बलात्कार और हत्या के मामलें में मुसलमानों की गिरफ्तारी को रोके जाने की मांग और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में गैर हस्तक्षेप की मांग की गई.