उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा मुस्लिम नामों वालों स्थानों के नाम बदलने का जो सिलसिला शुरू किया है। उसे बीजेपी शासित दूसरे राज्यों ने भी अपनाना शुरू कर दिया है। यूपी में इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलने के ऐलान के साथ ही गुजरात में अहमदाबाद का और अब महाराष्ट्र में औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने की तैयारी की जा रही है।
शिवसेना की और से मांग उठाई गई कि औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और धारशिव रखा जाए। शिवसेना नेता मनीषा कयांडे ने कहा, ‘औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम संभाजीनगर धारशिव रखने की मांग शिवसेना की ओर से नई नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘हम यह मांग बार-बार उठाते रहे हैं। कांग्रेस और एनसीपी की वजह से ये नाम नहीं बदले जा सके हैं और मुस्लिम वोटर्स इसकी वजह हैं।’
इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत भी हाल ही में यह मांग उठा चुके हैं। राउत ने ट्वीट किया था, ‘योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया। इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कब कर रहे हैं?’ बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन की सरकार है।
योगी अदितयनाथ यांनी फैजाबादचे अयोध्या केले. अलाहाबादचे प्रयाग तिर्थ केले. मुख्यमंत्री देवेंद्रजी औरंगाबादचे संभाजी नगर आणि उस्मानाबादचे धाराशीव कधी करणार?
जय हिंद
जय महाराष्ट्र
जय श्रीराम!— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 7, 2018
वहीं गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत कहा है कि अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने के बारे में उनकी सरकार कानूनी पहलुओं को देख रही है। हिमाचल प्रदेश सरकार भी अपनी राजधानी शिमला का नाम बदलकर ‘श्यामला’ करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है।