राजस्थान के राजसमन्द में बंगाली मुसलमान मुहम्मद अफ्जरुल के साथ हुई शम्भुनाथ रेगर की हैवानियत से देश उभरा नहीं था कि अब फिर से इसी तरह का एक और सामने आया है.
मामला पिंकसिटी जयपुर का है. 16 जनवरी को साकिर अली की कथित तौर पर एसिड से जला कर हत्या कर दी गई. साकिर भी पश्चिम बंगाल का ही रहने वाला था. अफ्जरुल की तरह वह भी अपने घर-परिवार को छोड़कर जयपुर में मजदूरी कर रहा था.
पुलिस का मानना है कि शाकिर की हत्या में भी सांप्रदायिक कोण जुड़ा हो सकता है. शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन के उप-निरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि “हमें 16 जनवरी को नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली थी कि राजस्थान से शाकिर की लाश को निकालने की कोशिश हो रही थी. जब हम शास्त्री नगर की चित्रकार कॉलोनी में पहुंचे तो बहुत से लोग इसमें लगे हुए थे”
शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन के स्टेशन के अधिकारी महावीर प्रसाद ने बताया, “हमने उसके कमरे से एसिड की एक बोतल बरामद की है. शरीर की उंगलियों सहित कई हिस्सों पर एसिड से जली चोटों को जन्म के निशान है. इसके अलावा आंतरिक चौटे भी है. जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम में भी हुई है.
प्रसाद ने कहा, अली का परिवार मालदा जिले के एक गांव में रहता है जो चंचल पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में है. उन्होंने कहा, फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की एक टीम ने उस कमरे का निरीक्षण किया जहां अली की मौत हुई और वसारा के नमूने लेकर प्रयोगशाला में भेजे गए. हमने मकान मालिक, उनके भाई और दोस्तों सहित कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
हालांकि पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में इसे हत्या के मामले के रूप में नहीं मानती है “हमने धारा 174 सीआरपीसी (अप्राकृतिक मौत) के तहत एक मामला दर्ज किया है और एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. हमें यह भी पता चला कि अली एक शराबी था, इसलिए आत्मघाती कोण की भी जांच हो रही है.