एंबुलेंस न मिलने के कारण कंधे पर अपनी पत्नी का शव रखकर 10 किलोमीटर पैदल चलने वाले दाना मांझी की तस्वीर ने भारत सहित दुनिया भर को हिला कर रख दिया. ऐसे में भी हमारे देश की सरकारें सबक नहीं सिख रही हैं.
एक के बाद एक नए मामलों में ऐसा ही एक और मामला उप्र के बलरामपुर में पेश आया. जहाँ करंट लगने से मृत बिहार के मजदूर सूरज के शव को एंबुलेंस न मिलने पर जेसीबी के डोंगा में रखकर लाया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर निवासी 22 वर्षीय सूरज पुत्र प्रकाश अपने कुछ साथियों के साथ मजदूरी के लिए आया था. अन्य मजदूरों के साथ वह भी काम कर रहा था. इस दौरान उसे करंट लग गया। साथी मजदूर व ठेकेदार के मुंशी उसे सादुल्लाहनगर में एक निजी अस्पताल ले गए. यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
इसके बाद साथी मजदूरों ने शव ले जाने के लिए कोई और व्यवस्था नही होने से सूरज का शव जेसीबी मशीन के डोंगे में रखकार्य स्थल के पास चौबीसो बगिया ले गए.