कश्मीर घाटी में आतंकियों के पास से अमेरिकी हथियार मिलने से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. दरअसल अमेरिका निर्मित एआर – 15एम 4 राइफल के साथ हिजबुल मुजाहिदीन की एक तस्वीर सामने आई है.
इस सबंध में फिया अधिकारी ने कहा है कि पहली नजर में यह एक ऐसी तस्वीर नजर आती है, जिसमें कंप्यूटर का इस्तेमाल कर कुछ बदलाव किया गया है लेकिन हम इस विषय की जांच कर रहे हैं. इसका अमेरिकी सेना ने इराक और अफगानिस्तान युद्ध में इस्तेमाल किया था.
ध्यान रहे इससे पहले सीरिया सेना को आईएसआईएस के आतंकियों से प्राप्त हथियारों के जखीरे में बड़ी मात्रा में इजरायल और अमेरिकी निर्मित हथियार हाथ लगे थे.
सीरियाई सेना को जो हथियार बरामद हुए थे उन्में मॉर्टर, तोपख़ानों के उपकरण, बड़ी मात्रा में बख़्तर बंद वाहन रोधी हथियार और नेटो निर्मित 155एमएम की तोप शामिल थी.
आपको बता दें कि सीरियाई और तुर्की सरकार अमेरिका सहित यूरोपीय देशों पर आईएसआईएस को हथियार सप्लाई करने के न केवल आरोप लगा चुके है. बल्कि इस सबंध में सबूत भी पेश कर चुके है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं घाटी में आंतकवाद के पीछे अमेरिका का हाथ तो नहीं ?