ईद के दिन भगवा संगठनों की और से कथित तौर पर विवादित नारों के साथ निकाली गई शौर्य यात्रा से उपजे विवाद के बाद आज स्थिति सामान्य बताई जा रही है। हालांकि इलाके में धारा 144 अभी भी जारी है। साथ ही, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
मामले में पुलिस ने 5 केस दर्ज किए है जिसमें दो दर्जन नामजद के साथ लगभग 300 लोगों को आरोपी बनाया गया है। तीसरे दिन तक पुलिस द्वारा 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यात्रा निकालने वाले भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष पर भी धारा 188 के उलंघन का केस दर्ज किया गया है। आई जी राकेश गुप्ता का कहना है कि महाराणा प्रताप जयंती के जुलूस के लिए संबंधित मार्ग पर पहले से ही फोर्स तैनात था। एक घर के पास टेंट लगाकर कुछ लड़के साउंड सिस्टम बजा रहे थे।
उन्होने बताया कि टीआई ने जाकर तीन बार सिस्टम बंद कराया लेकिन उनमें कुछ लड़के शरारती थे जिन्होंने सिस्टम फिर से चालू कर लिया। इसी कारण घटना घटी। फोर्स पहले ही तैनात था इस कारण तत्काल स्थिति संभाल ली गई। धारा 144 प्रभावशील कर दी है। फुटेज से दोनों पक्षों के उपद्रवियों को चिन्हित करवा रहे हैं।
वहीं पुलिस व प्रशासन द्वारा बार-बार लोगों से अपील करने के बाद भी कई लोग वॉट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार को जीरापुर निवासी युवक ने धर्म विशेष के विरुद्ध वॉट्सएप पर पोस्ट डाल दी।
जानकारी लगते ही एसपी के निर्देश पर नलखेड़ा पुलिस ने उक्त युवक पर धारा 295 ए (धामिक विद्वेश फैलाने) व जिले में लगी धारा 144 का उल्लंघन करने पर धारा 188 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।