जयपुर: तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद से पहले राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वैट को चार-चार प्रतिशत कम करने की घोषणा की। राज्य सरकार के इस फैसले से तेल के दाम में 2 से 2.50 रुपये तक की कमी आएगी।
बता दें कि राजधानी जयपुर में पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्रमश: 83.54 और 77.43 रुपये लीटर हैं। राज्य में पेट्रोल पर वर्तमान में 30 प्रतिशत वैट लग रहा है। जबकि डीजल पर वैट वसूली की दर 22 प्रतिशत है। वसुंधरा सरकार ने ये फैसला विपक्ष की और से तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद से पहले लिया है।
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राज्य की आम जनता, किसानों व गृहिणियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इससे सरकार को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार भी चुनावों को देखते हुए नवंबर तक तेल की कीमतों में कुछ कटौती कर सकती है।
बता दें कि साल के अंत में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इनमें से एक राज्य राजस्थान भी है। भाजपा शासित महाराष्ट्र ने भी ऐसे संकेत दिए हैं कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी राज्य में पेट्रोल और डीजल पर से वैट की दर घटा सकते हैं।
इससे पहले खबरें आ रही थीं कि कांग्रेस शासित पंजाब और कर्नाटक जनता को राहत देने के लिए तेल की कीमतों में कमी कर सकते हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) की हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने रविवार को कहा कि पंजाब और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों को पहले ही पेट्रोलियम उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के लिए कहा जा चुका है।