केंद्रीय शहरी विकासमंत्री वेंकैया नायडु ने रविवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा था कि नरेंद्र मोदी देश को भगवान की देन हैं. सोशल मीडिया में उनके इस बयान पर कल से ही घमासान मचा हुआ है. भाजपा विरोधियों का कहना है कि नायडु मोदी की चापलूसी करते हुए एक अलग स्तर पर आ गए हैं. इसके अलावा आम लोगों ने भी शहरी विकासमंत्री के इस बयान का मजाक उड़ाया है.
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कल जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों के बीच भाषण देने पहुंचे थे. यहां एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि शहीद भगत सिंह भी जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के जैसे ही थे. आज सोशल मीडिया पर यह भाषण और थरूर का बयान सुर्खियों में है. हैशटैग भगत सिंह यहां एक ट्रेंडिंग टॉपिक रहा जहां कई लोगों ने भगत सिंह की तुलना कन्हैया कुमार से करने पर थरूर की खिंचाई की है. इसके साथ ही कुछ प्रतिक्रियाओं में भगत सिंह को अपना आदर्श बताने वाले भाजपा समर्थकों का मजाक उड़ाया गया है. ऐसी ही एक प्रतिक्रिया में कहा गया है कि भगत सिंह नास्तिक थे और उनके लिए भारत माता का कोई अस्तित्व नहीं था.
नरेंद्र मोदी डॉ बीआर अंबेडकर मेमोरियल लेक्चर देनेवाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं. दिल्ली में अंबेडकर मेमोरियल के उद्घाटन समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने दलित समुदाय को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोई भी पार्टी आरक्षण खत्म नहीं कर सकती और विरोधी राजनीति के चलते भाजपा पर ऐसा आरोप लगा रहे हैं. इस कार्यक्रम में उन्होंने खुद को अंबेडकर का भक्त भी बताया. सोशल मीडिया में इस आयोजन के साथ प्रधानमंत्री के बयान की काफी चर्चा हुई है. कुछ लोगों ने उनसे सवाल किया है कि यदि वे दलितों के लिए इतने फिक्रमंद हैं तो आरक्षण में सुधार से संबंधित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की योजना का विरोध क्यों नहीं करते. सोशल मीडिया पर इसके साथ ही आरक्षण के पक्ष और विपक्ष में बहस भी चल रही है.
कन्हैया कुमार को छोड़िए, जब बॉबी देओल भगत सिंह की भूमिका निभाना चाह रहे थे तब लोगों में ज्यादा आक्रोश दिखना चाहिए था.
भगत सिंह का हर दिन अपमान किया जाता है जब उनकी बौद्धिक विरासत से कोसों दूर खड़े लोग उनका नाम लेकर उनकी शहादत से फायदा उठाते हैं.
प्रधानमंत्री अब चुनावों के पहले आरक्षण और दलितों के बारे में बात कर रहे हैं. लेकिन क्या मैं यह पूछ सकती हूं कि बीते 20 महीनों में जब दलितों पर हमले हो रहे थे तब आप कहां थे?
सतीश आचार्य | @satishacharya 12h
कैंपस रिक्रूटमेंट! (उमर खालिद, जेएनयू, भारत माता की जय डिबेट)
भगवान का शुक्र है उन्होंने (वेंकैया नायडु) यह नहीं कहा कि भारत मोदी को भगवान की देन है…
क्या मोदी अब यह कह रहे हैं कि हिंदू कोड बिल पेश करने के विरोध में जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अंबेडकर के पुतले जलाए थे तो वह गलत था? क्या भागवत यह जानते हैं?
राहुल गांधी को नेता मानने वाले शशि थरूर कन्हैया को भगत सिंह भी मान सकते हैं. (सत्याग्रह)