रोहित वेमुला के लिए अब जेएनयू खुल कर मैदान में; बीजेपी सरकार बैकफुट पर

देशद्रोह मामले में कन्हैया कुमार को मिली 6 महीने की अंतरिम ज़मानत से एक बात तो तय है की बीजेपी सरकार बैकफुट पर है और इसके चलते लोगों को खासकर छात्रों को उम्मीद है के अब रोहित वेमुला को इन्साफ मिलेगा।  

जिस तरह तिहाड़ जेल से छूटने के बाद कन्हैया कुमार ने अपने भाषण में कहा की रोहित वेमुला को इन्साफ दिलाने के लिए जंग आखिर तक जारी रहेगी। जेएनयू का इतिहास रहा है की सामाजिक मुद्दों को हमेशा मज़बूती से उठाया है और रोहित मामला किसी तरह ठंडा होता दिखाई नहीं दे रहा है।

कन्हैया ने ज़मानत पर बहार आते ही न सिर्फ संघ परिवार को बल्कि सरकार को आड़े हाँथ लिया और साथ ही एलान किया को रोहित को इन्साफ दिला कर रहेंगे। हालही में रोहित की माँ दिल्ली में अपने बेटे के लिए इन्साफ मांगने आई थी उनके साथ जो हुआ वह किसी से छुपा नहीं है। दिल्ली पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद कैंडल मार्च निकलने दिया।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाती आयोग के मुखिया पि एल पूनिया ने रोहित आत्महत्या मामले में संघ व एबीविपि से जुड़े लोगों को ज़िम्मेदार ठहराया था और कहा था की हैदराबाद विश्वविद्यालय प्रशासन एबीविपि के लिए रोहित का उत्पीड़न कर रहा था।

जिस तरह जेएनयू के छात्रों ने कन्हैया कुमार और उमर खालिद के खिलाफ लगे देशद्रोह के मुक़दमे पर सरकार से सीधी टक्कर ले रखी है एक बात तय है की जेएनयू छात्र संगठन रोहित मामले में इन्साफ पाने के लिए आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।  कन्हैया की ज़मानत के बाद तो छात्रों के हौसले और ज़यादा बुलंद हैं।

संसद में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में भावुकता का इस्तेमाल करते हुए लोगों का रवैय्या सरकार के प्रति नरम करने की कोशिश की और साथ ही बीजेपी सरकार को दलितों का दोस्त बताने की कोशिश करी। भले की बीजेपी नेता के भाषण का वीडियो इंटरनेट पर लोकप्रिय दिख रहा हो लेकिन हर बार की तरह तथ्यात्मक गलतियों के चलते सारा मामला उल्टा पड़ गया।

अपनी प्रेस वार्ता में कन्हैया ने साफ़ कर दिया की अफज़ल गुरु नहीं रोहित वेमुला उनका आदर्श हैं। इस दो बातों का निष्कर्ष निकला जा सकता है पहला यह की कन्हैया रोहित मामले में आर पार की लड़ाई का एलान कर दिया है और दूसरा सरकार ने छात्रों के साथ भीड़ कर अपनी मट्टी पलीत करने का काम किया है। अब भले ही बीजेपी नेता भावुक बयान बाज़ी कितना भी करे रोहित वेमुला का मामला अब जेएनयू के मुख्या एजेंडा में आ चूका है जिसको अब वह लोग प्रमुखता से उठाने व रोहित को इन्साफ दिलाने का काम करेंगे। (hindkhabar)

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