समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी ने सलाफी स्कॉलर जाकिर नाईक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) पर केंद्र सरकार द्वारा लगाये गये प्रतिबन्ध की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बेवजह उनकी संस्था को निशाना बना रही है.
उन्होंने आगे कहा, केंद्र द्वारा इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के लिए खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट लगाना ही गलत है. मेरा मानना है कि जाकिर नाइक की संस्था को आतंकी गतिविधियों से जोड़ने की साजिश की जा रही है. उन्होंने आगे कहा, मैं यह बात शुरू से कह रहा हूं कि बीते 25 वर्षों से जाकिर इस फील्ड में काम कर रहे हैं और वो किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते.
अबु आजमी ने NIA की जांच पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि जाकिर नाइक को ना कभी तलब किया गया ना ही कोई नोटिस दी गई. ऐसे में जाकिर नाइक की संस्था को आतंकी गतिविधियों से जोड़ने की साजिश की जा रही है.
गौरतलब रहें कि केंद्र सरकार द्वारा जाकिर नाईक की संस्था पर केंद्र सरकार ने पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया हैं. साथ ही उनकी संस्था पर विदेशी चंदा लेने पर भी रोक लगा दी गई हैं.