कर्नाटक विधानसभा में शनिवार को तीन दिन पुरानी येदियुरप्पा सरकार अपना बहुमत साबित नहीं पाई है. ऐसे में नये मुख्यमंत्री बने बीएस येदियुरप्पा अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने कहा कि कर्नाटक की जीत हुई, शासन करने के लिए बीजेपी का असंवैधानिक प्रयास विफल रहा.
येदियुरप्पा ने बहुमत परीक्षण होने से पहले एक बेहद भावुक भाषण दिया और विधानसभा में अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि में बहुमत परीक्षण को आगे नहीं बढ़ाते हुए इस्तीफा देता हूं और राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंप दूंगा. उनके इस्तीफे के बाद अब राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया.
इस दौरान सदन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने हमें बड़े प्यार से चुना है. मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं. मेरे पास 104 विधायक हैं जबकि कांग्रेस और जेडीएस को बहुमत नहीं मिला.चुनाव में हारने के बाद मौका देखकर गठबंधन किया।. उनका यह गठबंधन अवसरवादी. चुनाव के बाद सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से मुझे सरकार बनाने का आमंत्रण दिया.
Karnataka CM BS Yeddyurappa resigns ahead of #FloorTest. pic.twitter.com/dea9HMotx6
— ANI (@ANI) May 19, 2018
उन्होंने आगे कहा, राज्य में 3700 किसानों ने आत्महत्या की है. लोग पीने के पानी को तरस रहे हैं. मैं जब तक जिंदा हूं किसानों के लिए काम करूंगा. कर्नाटक में किसान आंसू बहा रहे हैं. जब वो तकलीफ में थे तब मैं उनके आंसू पोछने गया. मैं दो साल तक राज्य में घूमा और खुद लोगों की तकलीफ देखी. मैं उस प्यार को नहीं भूल सकता जो लोगों ने मुझे दिया. मेरे सामने आज अग्निपरीक्षा है और यह मेरे लिए नया नहीं है. मैं जिंदगीभर जंग लड़ता रहूंगा.