पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा नोटबंदी को लेकर राज्यसभा में उठायें सवालों पर शिवसेना ने केंद्र की मोदी सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के शब्दों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि मनमोहन सिंह विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं इसलिए उनके बयान पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि मनमोहन सिंह ने संसद में जो कुछ भी कहा है उस पर विचार करना चाहिए. वह एक बहुत बड़े अर्थशास्त्री हैं, आप हमें या कैबिनेट को विश्वास में ना लीजिए लेकिन देश की जनता को जरूर विश्वास में लीजिए.
उन्होंने प्रधानमंत्री के भावुक होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब लोगों की आंखों में आंसू है एेसे वक्त में मोदी के भावुक होने का कोई मतलब नहीं है. उद्धव ने कहा, जनता ने बड़े मन से चुनाव जिताया था, लेकिन अब वे खून के आंसू रो रहे हैं. ऐसे में भावुकता का क्या मतलब है.
उन्होंने केंद्र को चेतावनी दी कि ऐसी स्थिति में जरूरत पड़ने पर शिवसेना सरकार के खिलाफ रुख कड़ा करने में देर नहीं लगाएंगी. उद्धव ने नोटबंदी की तुलना फिरौती से करते हुए कहा कि जिस तरह से फिरौती की रकम वसूली जाती है उसी तरह आम जनता से पैसा इकट्ठा किया जा रहा है. इसलिए सवाल उठता है कि क्या काले पैसे की वसूली में प्रधानमंत्री के मन में कोई खोट है.