विपक्ष के देश में आर्थिक मंदी के दावे पर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा है कि अगर वाकई मंदी होती तो लोग कोट पैंट की जगह धोती-कुर्ता पहनने लगते।
बलिया में बोलते हुए वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा, ‘मंदी को लेकर दिल्ली और दुनिया में चर्चाएं हैं। अगर कोई मंदी थी, तो हम यहां ‘कुर्ता’ और ‘धोती’ पहनकर आते, कोट और जैकेट में नहीं। अगर मंदी होती तो हम कपड़े, पैंट और पजामा नहीं खरीदते।’
बीजेपी सांसद ने कहा कि भारत सिर्फ शहरों का ही नहीं बल्कि गांवों का भी देश है। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं आप लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि ये वो देश है, जहां 6.5 लाख गांव भी हैं। यहां सिर्फ दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे बड़े शहर ही नहीं हैं। महात्मा गांधी, डॉक्टर हेडगेवार, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और जयप्रकाश नारायण ने ग्रामीणों में विश्वास दिखाया था और देश को आजादी दिलाने में मदद की थी।’
BJP MP Virendra Singh Mast in Ballia: There have been discussions in Delhi & the world, about a recession. If there was any recession, we would have come here wearing 'kurta' & 'dhoti', not coats & jackets. If there was a recession we wouldn't have bought clothes, pants& pajamas. pic.twitter.com/5JdVPa9wRL
— ANI UP (@ANINewsUP) February 9, 2020
इससे पहले मोदी सरकार में कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले रविशंकर प्रसाद ने पिछले साल अक्टूबर में एक प्रेस कॉन्फेंस में बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था में सुस्ती को पूरी तरह खारिज कर दिया था।
उन्होंने अर्थव्यवस्था में सुस्ती से इनकार करते हुए कहा, ‘मेरा फिल्मों से लगाव है। फिल्में बड़ा कारोबार कर रही हैं। 2 अक्टूबर को 3 फिल्में रिलीज हुई हैं। फिल्म उद्योग के विशेषज्ञ ने कहा है कि नैशनल हॉलीडे के दिन 3 फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। अब जब देश में इकॉनमी थोड़ी साउंड है तभी तो 120 करोड़ रुपये का रिटर्न एक दिन में आ रहा है।’
हालांकि पिछले कुछ साल से देश के आर्थिक विकास की रफ्तार काफी घट गई है। इस वित्त वर्ष यानी 2019-20 में महज 5 फीसदी का ग्रोथ होने का अनुमान है। इस वित्त वर्ष की सितंबर में खत्म दूसरी तिमाही में तो महज 4.8 फीसदी की ग्रोथ हुई है।