कानपुर | उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की हालत किसी से छुपी नही है. पिछले 27 सालो से राज्य की सत्ता से बाहर कांग्रेस , प्रदेश में जिन्दा होने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी , पार्टी को वापिस सत्ता में लाने के लिए पूरा जोर लगा रहे है. यहाँ तक की उन्होंने देवरिया से दिल्ली तक किसान यात्रा में खूब पसीना बहाया.
लेकिन उनके प्रयास को , उनके ही नेता पानी में बहाने में लगे हुए है. जब भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की छवि को थोडा सहारा मिलता दिखता तभी कांग्रेस का कोई नेता या तो पार्टी छोड़ कर चला जाता है या फिर कोई ऐसा बयान दे देता है जिससे पार्टी की किरकिरी होना तय है. अब प्रदेश में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक ऐसा ही बयान दिया है जिससे यूपी में पार्टी की छवि को धक्का लग सकता है.
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राजाराम पाल , शुक्रवार को कांग्रेसी कार्यकर्ताओ के साथ, कानपुर के बड़े चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे. यह प्रदर्शन दिल्ली में राहुल गाँधी को हिरासत में लेने के विरोध में हो रहा था. इस प्रदर्शन में राजाराम ने ऐसा बयान दे दिया जिस पर काफी विवाद हो गया. दलित महिलाओ के साथ भेदभाव के सवाल पर राजाराम ने कहा की कांग्रेस में किसी भी दलित महिला के साथ भेदभाव नही किया जाता.
राजाराम यही नही रुके, भावनाओ में बहते हुए उन्होंने आगे कहा की हमारे घर में सभी महिलाओ को आने की खुली छूट है. कोई भी दलित महिला , घर के अन्दर किसी भी जगह पर आ जा सकती है. यही नही उनको हमारे बेडरूम में जाने की भी इजाजत है. ऐसी कोई दलित महिला नही है जो हमारे बेडरूम में न गयी हो. हालांकि उनके कहने का मतलब कुछ और था लेकिन विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्दा मिल गया.
बीजेपी ने राजाराम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा की राजाराम का यह बयान , कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस के अन्दर महिलाओं का कितना सम्मान किया जाता है, ये राजाराम के बयान से पता चलता है. राहुल गाँधी को इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए और राजाराम के खिलाफ मामला दर्ज कर उनको जेल भिजवाना चाहिए.