असम चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट एआईयूडीएफ के सुप्रीमो बदरुद्दीन जमाल ने राज्य में महागठबंधन न होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। अजमल ने आज एक लंबा ट्वीट कर कहा कि अगर राज्य में सेकुलर वोटों का बिखराव होता है तो इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार होगी।
अजमल ने ट्वीट किया- हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए पूरा जोर लगाया था। इसे लेकर प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से बात भी की थी। नीतीश कुमार और लालू यादव ने भी महागठबंधन के लिए हर मुमकिन कोशिश की थी जिसमें कांग्रेस, एजीपी, जेडीयू, आरजेडी और दूसरे तमाम सेकुलर ताकतें शामिल हों।
बदरुद्दीन ने लिखा- लेकिन कांग्रेस ने हमारे साथ गठबंधन करना मंजूर नहीं किया और सेकुलर वोटों को बिखर जाने दिया। यहां तक कि दो दिन पहले ही हमने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर फिर बात की, लेकिन कांग्रेस ने प्रस्ताव ठुकरा दिया।
We tried our best to form an alliance with the Congress, Prashant Kishore spoke to Rahul Gandhi in this regard. 1/n
— Maulana Badruddin Ajmal, MP (@BadruddinAjmal) April 10, 2016
Nitish Kumarji, Lalu Yadavji also tried their best 2 work out a grand alliance including Congress,AGP,BPF,JDU,RJD & all other secular forces
— Maulana Badruddin Ajmal, MP (@BadruddinAjmal) April 10, 2016
Even before two days we approached Cong to come in to some understanding. But Congress rejected our offer. 4/n
— Maulana Badruddin Ajmal, MP (@BadruddinAjmal) April 10, 2016
बता दें कि असम में इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबला हो रहा है। पहली बार बीजेपी यहां प्रमुख ताकत के रूप में उभरी है। 15 साल से सत्ता संभाल रही कांग्रेस के लिए मुश्किलें दिख रही हैं। एआईयूडीएफ ने कांग्रेस की मुश्किलों में और इजाफा कर दिया है। इन सबके बीच बीजेपी को रोकने के लिए कोई गठबंधन परवान नहीं चढ़ सका और इसी दर्द को बदरूद्दीन ने बयां किया है। बता दें कि बदरुद्दीन की मुस्लिम वोटों पर जबरदस्त पकड़ है। (khabar.ibnlive.com)