मुंबई | शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नोट बंदी को लेकर केंद्र सरकार की खूब आलोचना की है. उद्धव ठाकरे पहले दिन से नोट बंदी के खिलाफ दिखाई दे रहे है. हालांकि मोदी सरकार लगातार शिवसेना को मनाने का प्रयास कर रही है लेकिन शिवसेना अपने रुख पर अडी हुई है. अब एक ताजे हमले में उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी की मंशा पर ही सवाल उठा दिए.
न्यू एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा की अगर आपकी मंशा कालेधन को समाप्त करने की थी तो फिर इसको इतने लचर तरीके से क्यों लागू किया गया. आप इसके लिए गंभीर थे तो आपको इसको पूरी तैयारी के साथ लागू करना चाहिए था. लेकिन तैयारियो के हिसाब से कहा जा सकता है की कालेधन की तरह आपकी मंशा भी काली थी.
प्रधानमंत्री मोदी के गोवा और बीजेपी संसदीय समिति में भावुक होने पर तंज कसते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा की मोदी के भावुक से कुछ फायदा नही होने वाला. आप देश के प्रधानमंत्री हो, आपको आंसू बहाने की बजाय , लोगो के आंसू पोछने चाहिए. इस तरह आपके आंसू बहाने का कोई मतलब नही है. मोदी जी को देश के लोगो को भरोसे में लेना चाहिए क्योकि इन्ही लोगो ने आपको वोट देखर प्रधानमंत्री बनाया है.
उद्धव ठाकरे ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राज्यसभा में दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी. उद्धव ठाकरे ने कहा की मनमोहन सिंह एक बड़े अर्थशास्त्री रहे है. उन्हें इन सब की गहन जानकारी है. इसलिए प्रधानमंत्री को उनकी बात गंभीरता से सुननी चाहिए. मालूम हो की आज मनमोहन सिंह ने नोट बंदी को सामूहिक और व्यवस्थित लूट करार दिया था.