सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर उठाए सवालों को लेकर उठे विवाद में अब एनडीए सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना भी शामिल हो गई हैं.
इस मामले में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इशारों-इशारों में मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सु्प्रीम कोर्ट में कानून को गूंगा-बहरा बनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने आशंका जताई की इसके पीछे कोई षडयंत्र रचा जा रहा है.
पीएम मोदी और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर संकेतों में कटाक्ष करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या अब सभी को एक व्यक्ति का गुलाम बनना होगा? शिवसेना प्रमुख ने कहा कि देश में हालात बहुत की नाजुक दौर में पहुंच गए हैं कि न्याय देने वाले न्याय के लिए गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब सभी को इस पर नए सिरे से सोचने की जरुरत है.
उद्धव ने कहा, युवा दिवस के दिन जो भी हुआ वह काफी दुखद था. सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए लेकिन उससे पहले ये समझना भी उतना ही ज्यादा जरुरी है कि उन्होंने ये आखिर कदम क्यों उठाया.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के सभी चारों स्तंभों को इसकी सुरक्षा के लिए स्वतंत्रता से और मजबूती से खड़े रहना चाहिए. अगर वे एक दूसरे के उपर निर्भर रहते हैं या आरोप लगाते हैं तो जल्द ही लोकतंत्र का नमोनिशान मिट जाएगा.