भारतीय सेना द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए गए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के ताजा बयान से कोहराम मच गया हैं. र्रिकर के बयान की चौतरफा निंदा हो रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पर्रिकर के ब्यान की आलोचना करते हुए कहा है कि ऐसे बयान के लिए पर्रिकर को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए. सुरजेवाला ने कहा, “मिस्टर पर्रिकर, सेना को पूरा श्रेय जाता है लेकिन आप लोगों को क्यों बरगला रहे हैं. पहले के सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार करना सेना की वीरता को कमतर बताना है.”
सुरजेवाला ने आगे कहा, “2011 का ऑपरेशन जिंजर बड़े पैमाने पर किया गया सर्जिकल स्ट्राइक था. पर्रिकर सेना की वीरता पर क्यों चुप है, क्या यह राजनीति नहीं है?”
मुंबई में एक समारोह में बोलते हुए मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि “मैं बीते दो साल से रक्षा मंत्री हूं और जहां तक मुझे जानकारी है, इससे पहले कभी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किए गए. जिसका वे लोग जिक्र कर रहे हैं वो सीमा पर की गई कार्रवाई है, जो दुनिया भर में आम बात है.”
पर्रिकर पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष ने ट्वीट किया है कि सेना को श्रेय देने के बजाए बीजेपी नेताओं में सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने की होड़ लगी ह. क्या वह बंदूक लेकर एलओसी पर गए थे? मोदी ने कहा था कि इस पर छाती न पीटें मगर पर्रिकर को गोवा में हार का डर सता रहा है इसलिए वह सर्जिकल स्ट्राइक का रजनीतिकरण करने में जुटे हैं.