कांग्रेस नेता शहज़ाद पूनावाला ने पीएम मोदी द्वारा नोट नबैन को लिए गये फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार के फैसले को जनविरोधी और ब्लैकमनी की लड़ाई के खिलाफ बताते हुए कहा कि सरकार के ये फैसला काले धन की लड़ाई के खिलाफ सफल नहीं होगा.
उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा, मोदी सरकार का 500,1000 की नोट पर पाबंदी लगा देने के बाद 2000 के नोट को शुरू करने के पीछे क्या औचित्य हैं. इससे तो ब्लैकमनी को रखने और लेनदेन करना आसान होगा. उन्होंने कहा, बीजेपी ने पहले ही अपने ख़ास उद्योगपति मित्रों को सूचना देकर और अपने 1000 की नोट को 100 में बदला करवा दिया.
उन्होंने कहा, यूपी चुनाव से पहले भाजपा वालों ने सौ सौ के नोट ले लिए थे पर अब ग़रीब किसान जिसके पास कुछ नक़द अपनी फ़सल , खाद इत्यादि के लिए था – वह तो फँस गया. क्या कालाधन इनके पास है ? बैंक के बाहर लाइन लगाने वाले मज़दूर कालेधन धारक है या मोदी के दोस्त जो उन्हें बड़े विमान में बैठाकर विदेश सैर कराते है?”
इसके अलावा उन्होंने पनामा पेपर्स लीक मामला उठाते हुए कहा कि मोदी जी यह तो बताए की पनामा लीक्स में जिनका नाम आया था – कुछ मोदी के ख़ास समर्थक हैं- उनपर अब तक क्या कार्यवाही हुई ? जो लोग हज़ारों करोड़ लेकर चंपत हो गए उनका क्या? बड़ी मछली छोड़ छोटे किसान , मज़दूर और दुकानदार को परेशान करना जायज़ है?
उनहोंने आगे कहा, क्या बड़े कालेधन धारकों ने बेनामी ज़मीन, घर , सोने , हीरे ख़रीदकर अपने कालेधन को कही पे निवेश नहीं किया होगा ? क्या आज कोई तकिए और दीवार में भला पैसा रखता है क्या ? सेट्टिंग की क्या बीजेपी ने बड़ी मछलियोंके साथ ? उनका पैसा बाहर करवा दिया क्या ? स्विस बैंक अकाउंट वाले 648 नामों पर क्या कार्यवाही की? उनका नाम पब्लिक डोमेन में घोषित कर दो मोदी जी “
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, बीजेपी ने वादा किया था की 500 बिल्यन डॉलर काला धन विदेश से वापस लाकर सब के अकाउंट में 15 लाख डालेंगे पर अब अपने अकाउंट में रिक्शावाला या दुकानदार पैसे डालेगा तो 200% पेनल्टी लेंगे मोदी जी. वाह मोदी जी विजय माल्या जिसने हज़ारो करोड़ लूट लिए – उसके अच्छे दिन और आम आदमी की श्यामत.”