1000 और 500 के नोट की अवैध होने की घोषणा के बाद आॅनलाइन शॉपिंग प्लैटफॉर्म पेटीएम की चांदी हो गई हैं. पेटीएम के ई-वैलेट में पैसे डालने में 1000 फीसदी का इजाफा हुआ है. पेटीएम ने नोट के अवैध होने की घोषणा के अगले दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के साथ विज्ञापन जारी किये.
इन विज्ञापनों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल खड़े करते हुए ट्वीटर पर कहा कि ‘पीएम मोदी की घोषणा से सबसे ज्यादा फायदा पेटीएम को हुआ है. अगले दिन पीएम की तस्वीर विज्ञापनों में देखने को मिली. मिस्टर पीएम, डील क्या है?’
Paytm biggest beneficiary of PM's announcement. Next day PM appears in its ads. Whats the deal, Mr PM? https://t.co/lfP0PrQICQ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 10, 2016
उन्होंने दुसरे ट्वीट में कहा, ‘बेहद शर्मनाक. क्या लोग चाहते हैं कि उनके पीएम प्राइवेट कंपनियों के लिए मॉडलिंग करें. कल को अगर ये कंपनियां कुछ गलत करती हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई कौन करेगा?’
Utterly shameful. Do people want their PM to model for pvt cos? Tomo, if these cos do wrongdoings, who will act against them? https://t.co/hAxg4H4MuL
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 10, 2016
जिसके बाद पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर ने केजरीवाल को तुरंत जवाब दिया और कहा कि इससे सबसे बड़ा फायदा देश को होगा.
Dear Sir, The biggest beneficiary is our country. We are just a tech startup, trying to solve financial inclusion & make India proud. #?? https://t.co/3rI8r6W0EZ
— Vijay Shekhar (@vijayshekhar) November 10, 2016