इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री को प्रदेश में मुस्लिमों के हालात से अवगत कराया. तौकीर रजा ने अखिलेश यादव से कहा कि पुलिस-प्रशासन के सौतेले व्यवहार से मुसलमानों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है।
उन्होंने आगे कहा, कोसी कलां से मुजफ्फरनगर तक प्रदेश में छोटे-बड़े सौ दंगे हो चुके हैं साथ झूठी शिकायतों पर जिला प्रशासन ने प्रदेश की अनेक मस्जिदों में तालाबंदी कर नमाज पढ़ने पर रोक लगा रखी है। मुसलमानों से संबंधित निगम, बोर्ड और ट्रस्टों में नियुक्तियां नहीं की गई हैं। इससे लोगों का नुकसान हो रहा है। उर्दू मोअल्लिम वालों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
अदीब हाईस्कूल के समकक्ष होते हुए भी दसवीं पास होने का प्रमाणपत्र मांगा जाता है। केंद्र सरकार से धन उपलब्ध होने के बावजूद मदरसा मॉडर्न शिक्षकों के वेतन का वितरण नहीं किया गया। सपा के घोषणापत्र में मुस्लिमों को रिजर्वेशन देने की बात कही गई थी, उस पर अभी तक कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा बरेली में छह ऐसी मस्जिद हैं, जहां नमाज पढ़ने से रोका गया है या मरम्मत पर पाबंदी लगाई गई है। इससे समझा जा सकता है कि पूरे प्रदेश में कितना अन्याय हो रहा है।