POK में भारतीय सेना द्वारा आतंकी कैम्पस को नष्ट करने के लिए की गई सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वालों पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय सेना के अभियान पर और चर्चा करना भारतीय सेना द्वारा किए गए सराहनीय कार्य का अपमान होगा.
एक उद्घाटन समारोह में पहुंचे नायडू ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुते हुए नायडू ने कहा कुछ लोग इस तरह की बातें कर दूसरों को भी परेशान कर रहे हैं. हम जानते हैं कि उन्हें चुप कैसे किया जा सकता है. जैसे हमारी सेना ने अपने दुश्मनों को चुप करा दिया है, ऐसे ही उन्हें भी चुप करा दिया जाएगा.
उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने के सवाल पर कहा कि इस तरह के नेताओं की बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. न ही इस तरह की बातों पर जवाब देने की जरूरत है. उनहोने कहा, वह इस बात को नहीं मानते हैं कि देशवासी अपनी सेना की काबलियत पर सवाल उठा रहे हैं. उन्हें अपनी सेना पर और उसकी कही हर बात पर पूरा विश्वास है.
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि किसी भारतीय नागरिक को कोई संदेह है. भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर कोई भी संदेह नहीं कर रहा है. इसने सराहनीय कार्य किया यदि हम आगे चर्चा करते हैं तो यह सेना का अपमान होगा.