#MeToo कैंपेन के तहत 20 महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न के आरोपो के बाद मोदी सरकार में विदेशराज्य मंत्री एमजे अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। ऐसे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने इस पूरे अभियान पर सवाल उठाए है।
राज ठाकरे को लगता है कि मीटू कैंपेन गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने वाला है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को कहा कि ऐसा लगता है कि मीटू की कैंपेन पेट्रोल-डीजल की कीमतों, बेरोजगारी और रुपये की गिरती कीमतों से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है।
राज ठाकरे ने कहा कि देश में कई ऐसे अहम मुद्दे हैं जिनपर ध्यान देने की जरुरत है। आज पेट्रोल और डीजल के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं, रुपए की कीमत गिर कर रही है, बेरोजगारी चरम पर है। ऐसे में इन सबके बीच मीटू अभियान की शुरुआत सवाल खड़ा करती है। इसके साथ ही ठाकरे ने कहा कि पीड़ित महिलाएं हमारे पास आएं। हम दोषी को सबक सिखाएंगे।
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर लगाए गए इल्जामों के बारे में मनसे प्रमुख ने कहा, ‘मैं नाना पाटेकर को जानता हूं। वह अजीब चीजें करते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्होंने ऐसा कुछ किया होगा।’ उन्होंने कहा मामले में कोर्ट फैसला देगी। उन्होंने कहा कि मी टू एक गंभीर मुद्दा है, इसे लेकर ट्विटर पर बहस करना सही नहीं है।
It seems it's being done to divert attention from petrol price,rupee value&unemployment.If anything like #MeToo happens,women can come to MNS. We'll teach a lesson to accused.Women must raise voice when they face oppression,not after 10 yrs: Raj Thackeray,MNS, in Amravati.(17.10) pic.twitter.com/gaTHsNklsS
— ANI (@ANI) October 17, 2018
वह बुधवार की शाम अमरावती में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। मनसे अध्यक्ष ने कहा है कि अगर किसी भी महिला के साथ किसी भी तरह से शोषण हुआ है तो वह मनसे के पास आ सकती है। हम आरोपियों को सबक सिखाएंगे।