झारखंड के रांची के पिथौरिया में पुलिस ने दो समुदायों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के मामले में गिरफ्तार पिठोरिया निवासी ऋचा पटेल उर्फ ऋचा भारती को जेएम मनीष कुमार की अदालत से सोमवार को पेश किया। जहां उसे जमानत मिल गई। ऋचा को सात-सात हजार रुपये के दो निजी मुचलके भरने का निर्देश कोर्ट की ओर से दिया गया।अदालत ने उसे कुरान की पांच प्रतियां दान करने का भी निर्देश दिया।
हालांकि अब ऋचा भारती ने निचली अदालत के आदेश को मानने से इन्कार कर दिया है। ऋचा ने कहा है कि मैं कुरान बांटने नहीं जा रही हूं। हमारा परिवार निचली अदालत के इस आदेश से खुश नहीं हैं। हम इस पर विचार कर रहे है। हम ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। ऋचा पटेल से जब यह पूछा गया कि कोर्ट ने उन्हें इसी शर्त पर जमानत दी है। इसके जवाब में ऋचा ने कहा कि नहीं, मैं कोर्ट का आदेश नहीं मानने जा रही हूं। आज मुझे कुरान बांटने के लिए बोल रहे हैं, कल बोलेंगे इस्लाम स्वीकार कर लो, नमाज पढ़ लो, कुछ और कर लो। यह कहां तक जायज है।
I hope Richa Bharti contacts @Ish_Bhandari . He is the best for this issue and I will help him in court. Distribution of Koran means approval of sections which talk of Kafirs and consequences. Richa is fighting for all genuine Hindus. We cannot circulate theology of others
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 17, 2019
अब छात्रा को इस मुद्दे पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी का साथ मिल गया है। स्वामी ने ऋचाका समर्थन करते हुए कहा है, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि ऋचा @Ish_Bhandari से संपर्क करेंगी। वह इस मुद्दे के लिए सबसे सही शख्स हैं और मैं अदालत में उनकी मदद करूंगा।’ उन्होने कहा, ‘कुरान बांटने का अर्थ है कि उन हिस्सों को स्वीकृति देना है जो काफिरों और उसके परिणामों की बात करते हैं। ऋचा सभी वास्तविक हिंदुओं के लिए लड़ रही हैं। हम दूसरों के धार्मकि ज्ञान को प्रसारित नहीं कर सकते।’
बता दें कि ऋचा को पांच में से एक प्रति शिकायतकर्ता अौर बाकी चार प्रति स्कूल-कॉलेज या विश्वविद्यालय में दान करने को कहा गया है। इसी शर्त पर जमानत अर्जी स्वीकार की गई। नियम व शर्तों को 15 दिनों के अदंर पूरा करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही अदालत ने कुरान दान के दौरान युवती को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश पुलिस प्रशासन को दिया है। अदालत ने उसकी जमानत अर्जी सात-सात हजार के दो निजी मुचलके पर स्वीकार की। शर्तों के आधार पर एक जमानतदार रिश्तेदार एवं दूसरा जमानतदार स्थानीय नागरिक बना।
ऋचा ने तबरेज अंसारी की लिंचिंग की घटना से जुड़े दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स के भड़काऊ संदेशों को शेयर किया। साथ ही कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में विभूतियों और फिल्मी सितारों के खिलाफ भी टिप्पणी की गई। वहीं, ‘देशभक्ति’ से संबंधित एक पोस्ट में महात्मा गांधी की शिक्षाओं का परित्याग करने की बात कही गई।
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