मुंबई | रविवार को हुए मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार पर उनकी ही सहयोगी पार्टी शिवसेना ने तंज कसा है. शिवसेना ने मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियो की तुलना प्लेयिंग कार्ड के जोकर से करते हुए कहा की पता नही कौन जोकर कब राजा बन जाए. इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा से पहले मंत्रिमंडल विस्तार करने पर पर सवाल खड़े किये. उन्होंने सवाल किया की क्या चीन को नए मंत्रियो की सूची सौपनी थी.
सोमवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया गया. शिवसेना ने मोदी सरकार को विफल करार देते हुए कहा की अभी भी देश ‘अच्छे दिनों’ का इन्तजार कर रहा है. देश में बेरोजगारी , महंगाई बढ़ी है. नोट बंदी पूरी तरफ विफल रही है, अभी भी लोगो को भोजन और आवास जैसी सुविधाए नही मिली है. देश के कई राज्य बाढ़ में डूबे हुए है, सरकार अस्पताल में बच्चे मर रहे है.
शिवसेना ने सवालिया लहजे में पुछा की आखिर कौन से मंत्रालय ने किस समयसा का समाधान किया है? अब तक मोदी सरकार का कोई भी मंत्री जनता की आकांशाओ पर खरा नही उतरा है. सरकार के तीन साल गुजर जाने के बाद भी मोदी , कैबिनेट में प्रयोग कर रहे है. कल हुए मंत्रिमंडल विस्तार पर उन्होने कहा की यह एक प्लेयिंग कार्ड की तरह है, पता नही कब कौन जोकर राजा बन जाए. यह विस्तार बीजेपी का कैबिनेट विस्तार था जो हो चूका है.
प्रधानमंत्री की चीन यात्रा से पहले किये गए इस विस्तार को हड़बड़ी में किया गया मंत्रिमंडल विस्तार बताते हुए शिवसेना ने कहा की हम यह नही समझ पाए की आखिर चीन यात्रा से पहले मंत्रिमंडल विस्तार क्यों किया गया? क्या चीन इस बात से नाराज हो जाता की पीएम मोदी के पास मंत्रियो की सूचि नही है. चीन की यात्रा के बाद भी यह विस्तार किया जा सकता था. माना जा रहा है की मंत्रिमंडल विस्तार में शिवसेना को नही पूछे जाने से वह नाराज चल रहा है.