कोरोना संकट के बीच शिवराज सिंह चौहान ने आज अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। जिसके तहत राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन ने नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, कमल पटेल, गोविंद राजपूत और मीना सिंह को कैबिनेट मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई।
इस बार पिछली सरकार में मंत्री रहे दिग्गज नेताओं को इस बार कैबिनेट के पहले विस्तार में शामिल नहीं किया है। इनमें विधायक गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गौरीशंकर बिसेन, विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया, राजेंद्र शुक्ला और रामपाल सिंह जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस से बीजेपी में आए बिसाहूलाल सिंह, महेंद्र सिंह सिसोदिया और प्रभुराम चौधरी भी इंतजार में रह गए।
राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह में @GovernorMP श्री लालजी टंडन मंत्रिमंडल सदस्यों को मंत्री पद की शपथ दिला रहे हैं।
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कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस विधायक और पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार (Umang Singhar) ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला। उमंग सिंघार ने ट्वीट किया, ‘सिंधिया कोटे के दो मंत्री बनाकर भाजपा ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि सिंधिया के 10 मंत्री तो नहीं बनेंगे, देखते हैं सिंधिया अपनी रियासत कितनी बचा पाते हैं? सिंधिया जी यह भाजपा हैं।
ये मंत्रिमंडल नहीं, लोकतंत्र की नीलामी है:
इंदौर में जनता द्वारा चुने गये बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, ऊषा ठाकुर और महेन्द्र हार्डिया को मंत्री नहीं बनाया गया।
—जो विधायक नहीं है, जिसने जनमत का सौदा किया है, जो लोकतंत्र पर एक दाग है…उसे मंत्री बनाया गया है।
“शर्म करो शिवराज”
— MP Congress (@INCMP) April 21, 2020
वहीं एमपी कांग्रेस ने भी ट्ववीट कर कहा, ‘ये मंत्रिमंडल नहीं, लोकतंत्र की नीलामी है। इंदौर में जनता द्वारा चुने गये बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला, ऊषा ठाकुर और महेन्द्र हार्डिया को मंत्री नहीं बनाया गया। जो विधायक नहीं है, जिसने जनमत का सौदा किया है, जो लोकतंत्र पर एक दाग है…उसे मंत्री बनाया गया है। ‘शर्म करो शिवराज’
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की संख्या के लिहाज से मंत्रिमंडल में अधिकतम 15 प्रतिशत यानी 35 सदस्य हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। शिवराज सिंह चौहान ने फिलहाल 5 लोगों को जगह दी है और उन्हें मिलाकर छह लोग ही होते हैं। मंत्रिमंडल में अभी भी 29 जगह हैं।