सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच एक बार फिर से मनमुटाव सामने आया है। शुक्रवार को एक निजी कार्यक्रम में शरीक होने आए शिवपाल यादव ने वर्तमान योगी सरकार और अखिलेश यादव के साथ अपने संबंध को लेकर बयान दिया है।
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के लेकर कहा, अब वो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उनसे बात भतीजे के तौर पर नहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में होती है। एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि मेरी और अखिलेश की बातचीत जरूर होती है। लेकिन, मैं अखिलेश से पार्टी सुप्रीमो (अध्यक्ष) के रूप में बात करता हूं। हम दोनों की बातचीत चाचा और भतीजे की तरह नहीं होती है। शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी में हमारी हैसियत एक विधायक के रूप में है। अखिलेश पार्टी के अध्यक्ष हैं।
शिवपाल ने कहा कि गठबंधन के लिए हुई बैठक में उनको नहीं बुलाया गया। पार्टी के समस्त फैसले राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे। उन्होंने कहा, ‘ परिवार में गड़बड़ तो कुछ नहीं है। परिवार और पॉलिटिक्स अलग है। अब वो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं अगर हमें बात करनी है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात करनी है भतीजे से बात नहीं करनी है।’
Parivar mein gadbad toh kuch nahi hai. Parivar aur politics alag hai. Ab woh rashtriya adhyaksh hain, agar hume baat karni hai toh rashtriya adhyaksh se baat karni hai bhatije se baat nahi karni hai: Shivpal Yadav, SP on Akhilesh Yadav pic.twitter.com/7jT4mh2GgD
— ANI UP (@ANINewsUP) August 3, 2018
वहीं समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बारे में जब प्रश्न किया गया तो शिवपाल ने कहा कि ”नेता जी हमारे नेता हैं, वह जैसा कहेंगे, हम वैसा ही काम उनके मार्गदर्शन में करते रहेंगे।”
महागठबंधन से जुड़े सवालों को लेकर शिवपाल यादव ने कहा कि गठबंधन को लेकर फैसला अखिलेश को करना है। हालांकि, उन्होंने ये जरूर कहा कि महागठबंधन का फैसला प्रदेश की जनता के हित में है। अगर महागठबंधन होता है तो भाजपा की हार तय है।