बालाकोट में एयर स्ट्राइक पर विपक्ष के सवालों के बीच बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी अब मुखर होकर सवाल कर रही है। शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हुए हवाई हमले में मारे गए लोगों के बारे में जानने का अधिकार है और इस तरह की सूचना दे देने से सशस्त्र बलों का मनोबल कम नहीं होगा।
सामना के लेख के अनुसार, शिवसेना ने लिखा है कि कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री इमोशनल हो जाते हैं, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री की आंखों में आंसू नहीं दिखे। इस बार वो ज्यादा खुश दिखे हैं. एक तरफ जहां पाकिस्तान के साथ जंग का माहौल था, दूसरी ओर मोदी रैलियां ही संबोधित कर रहे थे।
शिवसेना ने पूछा- पुलवामा हमले में इस्तेमाल किया गया 300 किलोग्राम आरडीएक्स आया कहां से? आतंकवादी शिविरों पर किए गए हवाई हमलों में कितने आतंकवादी मारे गए? इन पर चर्चा चुनाव के अंतिम दिनों तक होती रहेगी, क्योंकि पुलवामा हमले से पहले महंगाई, बेरोजगारी व राफेल विमान सौदा विपक्ष के लिए ज्वलंत मुद्दे थे।
पार्टी ने तंज कसते हुए कहा कि इन मुद्दों पर मोदी सरकार का ‘बम’ गिर गया. उद्धव ठाकरे नीत पार्टी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370 एवं किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे “खाक हो गए।” शिवसेना ने कहा कि भारतीय वायु सेना के 26 फरवरी के हवाई हमलों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में न सिर्फ विपक्ष पूछ रहा है बल्कि अमेरिका एवं ब्रिटेन जैसे देशों की मीडिया भी पूछ रही है।