डिप्टी CM और अध्यक्ष पद छीने जाने पर पायलट बोले – ‘सत्य पराजित नहीं हो सकता’

नई दिल्ली: राजस्थान की गहलोत सरकार ने राहुल गांधी के बेहद करीबी सचिन पायलट को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया है। उनसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद भी छीन लिया है। उनके समर्थक मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है।

उधर उप मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया सचिन पायलट ने दी। उन्होंने ट्वीट किया है, “सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।” उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफ़ाइल में भी बदलाव किया है। पार्टी से बर्खास्त होने के बाद सचिन पायलट ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से कांग्रेस हटा लिया है।

पायलट के स्थान पर गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। गोविंद सिंह डोटासरा सीकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे हैं। डोटासरा राजस्थान सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री भी हैं। विधायक गणेश घोघरा यूथ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। हेम सिंह शेखावत सेवादल के नए प्रदेश मुख्य संगठक होंगे।

वहीं कांग्रेस की युवा नेता और पूर्व सांसद प्रिया दत्‍त भी सचिन पायलट के समर्थन में उतर आई हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने सचिन और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के रूप में दो युवा नेताओं को खो दिया। इसके अलावा उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस के युवा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने भी पायलट का समर्थन किया है।

प्रसाद ने कहा कि इससे कोई इन्‍कार नहीं कर सकता कि सचिन पायलट ने पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ कांग्रेस पार्टी में काम किया है। ऐसे में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। राजस्‍थान में भी भाजपा ने फ्लोर टेस्‍ट की मांग कर अशोक गहलोत की परेशानी बढ़ा दी है। विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले फ्लोर टेस्ट कराए बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार करें।

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