देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच राहुल गांधी ने सर्जिकल मास्क, वेंटिलेटर तथा अन्य उपकरणों के निर्यात की अनुमति देने को मोदी सरकार की सोची समझी साजिश करार दिया। उन्होने सवाल किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सलाह के बावजूद यह कदम किसकी शह पर उठाया गया है।
राहुल ने सोमवार को अपने एक ट्वीट में पूछा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने देशों को अपने यहां वेंटिलेटर और सर्जिकल मास्क का स्टाक रखने की सलाह दी है लेकिन भारत से 19 मार्च तक इन सब चीजों का निर्यात किया गया। राहुल ने पूछा, ‘पीएम बताएं कि भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दी? ये खिलवाड़ किन ताकतों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है?’
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
WHO की सलाह
1. वेंटिलेटर
2. सर्जिकल मास्क
का पर्याप्त स्टाक रखने के विपरीत भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं?ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है?#Coronavirus https://t.co/tNgkngZ936
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 23, 2020
राहुल के अलावा कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी पीएम से यही सवाल किया है। सुरजेवाला ने अपने ट्वीट के साथ विदेश व्यापार के महानिदेशक की ओर से 18 मार्च को जारी उस अधिसूचना की प्रति भी जारी की है जिसमें इन सामग्रियों के निर्यात पर रोक लगाने की बात कही गई है।
प्रधान मंत्री जी,
यह एक नमाफ़ी अपराध व षड्यंत्र है।
WHO यह कह रहा था कि –
1. वेंटिलेटर,
2. सर्जिकल मास्क/फ़ेस मास्क,
3. मास्क/गाउन बनाने वाले सामान का भंडारण करो।आप 19 मार्च तक (10 गुना क़ीमत पर) इनके निर्यात की इजाज़त दे रहे थे जबकि AIIMS तक में ये उपलब्ध नही। ⬇️
क्यों? pic.twitter.com/YQbheanxPE
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 23, 2020
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने देश के प्रमुख शहरों एवं नगरों में लॉकडाउन का समर्थन करते हुए सोमवार को कहा कि इटली से सबक लेकर कड़े कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र को अब आर्थिक कदमों की घोषणा करनी चाहिए।
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि जनता कर्फ्यू खत्म हो गया है। इस अनुभव ने कई मुख्यमंत्रियों को अपने राज्य के कई हिस्सों में तालाबंदी की घोषणा करने के लिए प्रेरित किया है। हमें इस साहसिक कदम के लिए मुख्यमंत्रियों की तारीफ करनी चाहिए।