देश में कथित गौरक्षा और बच्चा चोरी के आरोप में दलितों, मुस्लिमों और आदिवासियों को पीट-पीट कर मौत के घाट उतारा जा रहा है। तो दूसरी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस पर सिर्फ अफसोस ही जता रहे है।
अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर दुख जाहिर करते हुए उन्होने कहा कि 1984 का सिख दंगा देश की सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग थी। राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं इस मुद्दे को उठाने वाले लोगों को बताना चाहता हूं इससे भी बड़ा मॉब लिंचिंग का मामला 1984 में सिखों के खिलाफ नरसंहार के समय हुआ था।”
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस घटना की जांच के लिये विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और इस मामले में न्याय होगा। बता दें कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही अंगरक्षकों द्वारा हत्या करने के बाद राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में सिखों के खिलाफ दंगा भड़क उठा था।
Mob lynching incidents are very unfortunate and I asked state governments to make strictest of laws against it but I would like tell people who are raising these issues that the biggest case of mob lynching happened during 1984 Sikh genocide: Union Minister Rajnath Singh in LS pic.twitter.com/Gll6GEV0Xk
— ANI (@ANI) July 20, 2018
मॉब लिंचिग की घटनाओं पर विपक्ष के आरोप पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘मॉब लिंचिग समाज के लिए सही नहीं है। इसके लिए जितने कठोरतम कानून बनाने की जरूरत पड़ेगी, हम बनाएंगे। केंद्र सरकार लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए राज्यों को हर संभव मदद करेगा।
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी के राहुल गांधी को गले लगाने पर कहा, ‘ राहुल गांधी ने लोकसभा में ‘चिपको आंदोलन’ शुरु किया है’।