त्रिपुरा में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद वामपंथी विचारक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराए जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में पहले ही पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बयान देकर इस कृत्य को गलत ठहरा चुके है. हालांकि बीजेपी नेताओं का इसका कोई असर नहीं हुआ है.
महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राज पुरोहित ने भी कहा है कि वह लेनिन की मूर्ति गिराए जाने से बेहद खुश हैं. उन्होंने मूर्ति को पुतला बताते हुए कहा कि लेनिन का पुतला अपमान का प्रतीक है और उनके जितने भी पुतले हों, सभी गिरा देने चाहिए.
इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा था कि ‘लेनिन तो विदेशी है, एक प्रकार से आतंकवादी है, ऐसे व्यक्ति की मूर्ति हमारे देश में क्यों? वे कम्युनिस्ट पार्टी के मुख्यालय के अंदर मूर्ति रख सकते हैं और पूजा कर सकते हैं.’ इसके बाद बीजेपी नेता राम माधव और त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने भी इसे जायज ठहरा दिया.

बता दें कि इस मामले को लेकर अमित शाह ने कहा कि मैने त्रिपुरा और तमिलनाडु में पार्टी यूनिट पर बात की है. उन्होंने कहा कि पार्टी का कोई भी व्यक्ति अगर मूर्ति को नष्ट करने से जुड़ा पाया जाएगा तो पार्टी उसके खिलाफ गंभीर कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा खुलेपन और रचनात्मक राजनीति के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके जरिए हम लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं और साथ ही साथ नई भारत का निर्माण भी कर सकते हैं.
As a party, we in the BJP believe that a wide range of ideas and ideologies can coexist in India. This is exactly how the makers of our Constitution envisioned our great nation to be.
India’s diversity and the vibrant spirit of debate and discussion is what strengthens us.— Amit Shah (@AmitShah) March 7, 2018
वहीँ केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि इस मामले में पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है और इस तरह की घटनाओं को लेकर रोष व्यक्त किया है. मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि पीएम मोदी देश में इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे. मंत्रालय ने इस घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
Incidents of toppling of statues have been reported from certain parts of the country. MHA has taken serious note of such incidents of vandalism.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) March 7, 2018