नई दिल्ली | पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी , मोदी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे है. सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर NDTV चैनल पर बैन लगाने तक, हर मुद्दे पर राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. राहुल गाँधी की इसी सक्रियता से बैचैन दिख रही मोदी सरकार ने अब वापिस राहुल गाँधी पर पलटवार किया है.
केन्द्रीय शहरी मंत्री वैंकया नायडू ने राहुल गाँधी को नसीहत देते हुए कहा की कम से कम राहुल गाँधी लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छे नही लगते. राहुल गाँधी को कोई हक़ नही है लोकतंत्र और सिद्धांतो की बात करने का. उन्ही की दादी ने देश में लोकतंत्र का गला घोटते हुए आपातकाल लगाया था. आज लोकतंत्र को अंधकारमय बताने वाले राहुल गाँधी शायदा भूल गए की कांग्रेस ने धारा 356 का इस्तेमाल कर कई राज्य सरकारों को बर्खास्त किया.
राहुल गाँधी के उस ब्यान जिसमे राहुल ने कहा था की सत्ता पक्ष , सत्ता के नशे में चूर हो विपक्ष की आवाज दबाने में लगा हुआ है, पर प्रतिक्रिया देते हुए वैंकया नायडू ने कहा सब जानते है की कांग्रेस की पूर्वती सरकारों ने विपक्ष की आवाज को दबाया है. युपीए शासनकाल में 21 टीवी चैनल पर प्रतिबंध लगाया गया था. राहुल गाँधी जब ही लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों की बात करते है तो ऐसा लगता है जैसे शैतान उपदेश दे रहा हो.
मालुम हो की राहुल गाँधी ने कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में कहा था की फिलहाल देश में लोकतंत्र अंधकारमय है. मोदी सरकार सत्ता के नशे में चूर है. मोदी सरकार को सवाल पूछना पसंद नही है. जो भी सवाल पूछता है उसको गिरफ्तार कर लेते है, टीवी न्यूज़ चैनल पर प्रतिबंध लगा देते है. ऐसा लगता है जैसे जो मोदी सरकार से असहमत है उसे चुप करने का प्रयास हो रहा है.