कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि हमारे जवान हर रोज अपने देश की रक्षा के लिए अपने जीवन को दांव पर लगाते हैं. ऐसे में सेना के जवानों को वे सब कुछ मिलना चाहिए जिसके वे हक़दार हैं.
‘वन रैंक वन पेंशन’ के मुद्दे पर लिखी इस चिठ्ठी में राहुल ने कहा कि ‘मैं आपका ध्यान मीडिया की उन खबरों की ओर लाना चाहता हूं, जो कि पिछले कुछ हफ्तों में सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के बाद सामने आ रही हैं. मुझे लगता है कि ये सब हमारे जवानों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली खबरें हैं.’
उन्होंने आगे लिखा किवह पिछले कुछ हफ्तों के दौरान सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों को लेकर दुखी हैं क्योंकि ये फैसले सैनिकों को यकीन दिलाने से कोसों दूर हैं तथा इनसे उल्टे उन्हें पीड़ा ही हुई है. राहुल गांधी ने आगे लिखा,हमारे जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया उसके कुछ दिनों बाद ही विकलांगता पेंशन में बदलाव किया गया, जो कि कई मामलों में इन बहादुर जवानों के विकलांग होने पर पेंशन कम कर देता है. सशस्त्र बलों के जवानों को लगातार सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों से दूर रखा जा रहा है. 18 अक्टूबर के एक आदेश में रक्षा अधिकारियों के स्टेटस में कमी करने का फैसला लिया गया है. यह कमी उनके समकक्ष सिविल सेवा अधिकारियों की तुलना में की गई है.
राहुल गांधी ने सातवें वेतन आयोग के बारे में भी बात की जिसमें उन्होंने कहा कि इस आयोग में जो गलतियां हैं उन्हें जल्द से जल्द सुधारा जाना चाहिए. उन्होंने आगे लिखा, दिवाली पर सैनिकों को ऐसा संदेश भेजने के लिए कदम उठाया जाना चाहिए जो कथनी एवं करनी में हमारा अभार व्यक्त करे।