केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ में आठ वर्ष की बच्ची आसिफा के साथ मन्दिर में हुए गैंगरेप और पत्थरों से कुचल कर हत्या कर देने के मामले में कहा कि “मानवता के रूप में हम फेल रहे. लेकिन उन्हें इंसाफ से इनकार नहीं किया जा सकता है.”
हालांकि शुरू से ही इस मामले में बीजेपी बलात्कारियों के साथ खड़ी नजर आई है. यहाँ तक कि कठुआ से बीजेपी सांसद जितेंद्र सिंह बलात्कारियों के सबंध में कह चुके है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, उन्हें इंसाफ दिया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग की.
We have failed Ashifa as humans. But she will not be denied justice.#PunishTheSavages #RapeAndMurderOfHumanity #Kathua #JusticeForAshifa #GenerallySaying pic.twitter.com/yQPUU0JDW4
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) April 12, 2018
इसके अलावा राज्य में बीजेपी के दो वरिष्ठ मंत्री लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा रेप आरोपी के समर्थन में 1 मार्च को हिंदू एकता मंच की रैली भी निकाल चुके है. ऐसे में इस पुरे मामले में बीजेपी की भूमिका ही संदिग्ध है.
बता दें कि मुस्लिमों से दुशमनी निकालने के लिए आसिफा को 10 जनवरी को उसके गांव के पास से अगवा किया गया था. से नशे में रखा गया, और कई दिन तक उसके साथ कई लोगों ने मन्दिर में गैंगरेप किया. जिनमे एक रिटायर्ड सेल्स ऑफिसर, एक पुलिस वाला और 15 साल का एक युवक शामिल है.
7 दिनों तक मंदिर में रेप करने के बाद असीफा की पत्थरों से कुचल कर हत्या कर दी गई. असीफा का 17 जनवरी को क्षत-विक्षत शव मिला. इस मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अब तक दो विशेष पुलिस अधिकारियों और एक हेड कांस्टेबल सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. हेड कांस्टेबल पर सबूत नष्ट करने के आरोप हैं.