नई दिल्ली | देश भर में बड़े नोट बंद होने के बाद , तरह तरह की अफवाहे सुनने को मिल रही है. 2000 नोट में चिप होने की अफवाह हो या देश भर में नोट से भरे बोरे मिलने की खबर, रोजाना कुछ न कुछ अफवाहे फ़ैल रही है. अब खबर है की राजनितिक पार्टिया आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए , अपने वोटर्स में पैसे बाँट सकती है. यह एक अघोषित सच्चाई है की सभी राजनितिक पार्टिया चुनावो में सीमा से अधिक पैसो का इस्तेमाल करती है.
यह भी सच्चाई किसी से छिपी नही है की हमारे देश की ज्यादातर राजनितिक पार्टियों के पास अपार संपत्ति है. ज्यादातर पार्टियों के पास एक मोटी रकम वो है जिसका कोई हिसाब किताब पार्टिया नही दे पाती. इस रकम का इस्तेमाल चुनावो में किया जाता है. बड़ी बड़ी रेलिया, हैलीकॉप्टर का धडाधड इस्तेमाल और बेशुमार गाडिया चुनावो में इस्तेमाल होती है.
इन सबके लिए पार्टिया पानी की तरह पैसा बहाती है. देश में बीजेपी के पास सबसे ज्यादा पैसा है , इसके बाद कांग्रेस का नम्बर आता है. बसपा हो या सपा, कांग्रेस हो या बीजेपी , सभी पार्टियों के पास कैश के रूप में काफी पैसा आता है. अब यही कैश का पैसा सभी पार्टियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. केंद्र सरकार के बड़े नोट बंद करने के बाद , राजनितिक पार्टियों को नही सूझ रहा है की वो आगे क्या करे.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनावो को देखते हुए, ज्यादातर कैश इकठ्ठा होना शुरू हो गया होगा. अब यही कैश पार्टियों के लिए मुसीबत बना हुआ है. यह एक तरीके से काला धन है. इसको वाइट करने के लिए पार्टिया अपने कार्यकर्ताओ का इस्तेमाल कर सकती है. सारी रकम कार्यकर्ताओ को बांटकर उनको बैंक भेजा जाएगा और नयी करेंसी वापिस पार्टी के पास आ जाएगी. लेकिन यह तरीका कारगर नही लग रहा है.
इसलिए दुसरे विकल्प पर विचार किया जा रहा है . सभी जानते है की , चुनाव से कुछ दिन पहले ज्यादातर पार्टिया अपने वोटर कन्फर्म करने के लिए पैसे बांटती है जिससे वोटर को अहसान तले दबाया जा सके. इससे पार्टिया यह सोचकर चलती है की पैसा लेने वाला वोटर अब उनको ही वोट करेगा. राजनितिक पार्टिया अब इस विकल्प की और भी देख रही है. अपने पैसे को चुनाव में झोकने के लिए वोटर को पहले ही पैसे बांटने की रणनीति पर विचार किया जा रहा है.