भारतीय जनता पार्टी के लिए नित्य नई-नई परेशानी पैदा करने वाले बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सवाल उठाया है.
उन्होंने कहा कि कहा कि जितने खर्च पीएम को बुलाने में किए गए उतने से विश्वविद्यालय का विकास किया जा सकता था. इसी के साथ उन्होंने समारोह में खुद को नहीं बुलाये जाने पर कहा कि हमे बुला लिया होता तो थोड़ी शोभा और बढ़ जाती, लेकिन उन्होंने नहीं बुलाया.
पीयू के केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाए जाने की मांग का उन्होंने समर्थन करते हुए कहा कि दर्जा मिलनी चाहिए, लेकिन जो मापदंड है उसे भी पूरा करना चाहिए. ध्यान रहे सिन्हा पटना यूनिवर्सिटी के छात्र रहे है.
तमिल फिल्म ‘मर्सल’ की बीजेपी नेताओं की और से की जा रही आलोचना को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार और उसके फैसले की आलोचना किसी को राष्ट्रविरोधी नहीं बनाती. उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग जीएसटी का समर्थन करते हैं, कुछ समर्थन नहीं करते हैं. इसी तरह कुछ लोग नोटबंदी का समर्थन करते हैं और कुछ विरोध. इसका मतलब यह नहीं है कि आलोचक राष्ट्रीय विरोधी हैं.
ध्यान रहे भाजपा अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा कि फिल्म में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी), नोटबंदी और डिजिटल इंडिया सहित केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जुड़े डायलाग पर ऐतराज जताया है.