हैदराबाद : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को धोखेबाज नेता कहते हुए उनके ऑफर को ठुकरा दिया है।
ओवैसी ने एक जनसभा संबोधित करते हुए साफ किया कि वह कभी न तो राहुल गांधी से मिलेंगे और न ही चंद्रबाबू नायडू से। वह उनके ऑफर को पैर की जूती पर रखकर ठुकरा रहे हैं।
AIMIM Chief @asadowaisi rejects #TDP chief @ncbn offer of joining his all opposition front along with #Congress, said #ChandrababuNaidu is a betrayer and his party will neither ‘Compromise’ with #RahulGandhi not with #TDP. #TelanganaElections pic.twitter.com/LbejGIVnPh
— Aashish (@Ashi_IndiaToday) November 25, 2018
इससे पहले भी ओवैसी ने नायडू पर सख्त टिप्पणी की थी। नायडू की साख पर सवाल उठाते हुए उन्होने कहा था कि वह हाल तक और 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बीजेपी के एक समर्थक थे। उन्होंने कहा कि नायडू की तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा) उस समय नरेन्द्र मोदी सरकार का हिस्सा थी जब छात्र रोहित वेमुला, मोहम्मद अखलाक (लिंचिंग पीड़ित) की मौत हुई।
@ncbn supported BJP when Gujrat Pogrom happened in 2002,was part of @PMOIndia cabinet while Akhlaq,pahlu khan,Rohit,JUNAID,Aleemuddin where murdered,during his tenure as CM erstwhile AP many communal riots happened,AZIZ & AZAM killed in encounter NOW Saviour of Secularism WAH https://t.co/6REDz9AgdE
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 1, 2018
ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘2002 में गुजरात दंगों के समय एनसीबीएन ने बीजेपी का समर्थन किया। जब अखलाक, रोहित, जुनैद, अलीमुद्दीन की हत्या की गई तो उस समय वह पीएमओ इंडिया कैबिनेट के एक हिस्सा थे, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले के कार्यकाल के दौरान कई सांप्रदायिक दंगे हुए, मुठभेड़ में अजीज और आजम की हत्या हुई और अब वह धर्मनिरपेक्षता के रक्षक हैं, वाह।’