ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि गर्भपात मुख्यत: हिंदु समुदाय में होता है। उनके इस बयान को भाजपा ने ‘‘आदिम एवं महिला विरोधी’’ बताया।
हैदराबाद के सांसद ने 2001 की जनगणना का हवाला देते हुए दावा किया कि काफी संख्या में आत्महत्या करने वाली विवाहिता या दहेज के लिए हत्या का शिकार बनने वाली महिलाएं हिंदू होती हैं।
उन्होने ट्वीट किया, ‘2001 की जनगणना के मुताबिक गर्भपात मुख्यत: हिंदुओं में होता है, आत्महत्या करने वाली ज्यादातर विवाहित महिलाएं हिंदू हैं, भारत में परित्यक्त महिलाओं और निराश्रित महिलाओं की ज्यादा संख्या हिंदुओं में है।”
abortions are primarily Hindus; that overwhelming number of married women who commit suicide or are brutally murdered for dowry are Hindus; that a majority of those who are deserted and become destitute in India as per the 2001 census report are Hindus. https://t.co/lJ6qUrIz08
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 24, 2018
ओवैसी ने एक अखबार के लेख ‘तीन तलाक को गैरकानूनी बनाने से महिलाओं को लाभ नहीं होगा’, की टिप्पणियों को ट्वीट किया। ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा, ‘‘ओवैसी की मानसिकता का भंडाफोड़ हो गया है और उनके ये बयान पुरातन और महिला विरोधी हैं।’’
राव ने पीटीआई से कहा, ‘‘लगता है कि वह कट्टरवादी मानसिकता से अंधे हो गए हैं और 84 फीसदी आबादी की तुलना 15 फीसदी से कम आबादी से करना निराधार है।’’